Love shayari
इंतज़ाम भी हुए
वो हमारे भी हुए
साथ में चाँद और सितारे भी हुए
एहसान किसी का नहीं ,
तेरे मेरे इस प्यार पर
बस कुछ दिन और तू इंतज़ार कर
सिर्फ इतना भर ऐतबार कर
तू दूर है फिर भी मेरे पास है
एक मीठा सा दर्द है ,
और ये दिल तेरे लिए बेकरार है
घडी की सुइयों में उलझा रहता हूँ
जब दो कांटे मिलते हैं ,
तो उनमे तेरा मेरा अक्श जान लेता हूँ