प्यार की नय्या
फूलों की क्यारी , क्या देखती है प्यारी I
तेरे मन में जो जागी है खुशहाली I
उससे महकी दुनिया सारी I
आँगन में तेरे जो बैठी है चिड़िया प्यारी I
उसकी चहक तुने अपने जीवन में उतारी I
मेरी मनमोहिनी , इक तेरे ही भरोसे ,
अपनी प्यार की नैय्या , मैनें समंदर में उतारी I