Monday, February 25, 2013

एक खता  हो गयी है हमसे 
जो  दूर हुए हैं तुमसे 
इरादे तो साफ़  थे 
कुछ दिन पहले हम साथ  थे 
कुछ ही पलों में वो  हफ्ता निकल गया 
देखा हमारा  प्यार और गहरा हो गया 
लगता था ऐसे 
हम तुम हो गए थे जैसे 
बैठे बैठे सोच रहे हैं 
हम तुम चुप हैं
फिर भी कैसे  बोल रहे हैं 

sad shayari

sad shayari मेरी आदतों में तू शुमार है मेरी चाहतो की तू एक किताब है तुझे लेके कहीं दूर जाने की कशमकश में हूँ क्योंकि तू मेरी हमदम मेरी...