Wednesday, March 6, 2013

खबर सुनी है 
कुछ बातें अब भी अनसुनी हैं 
घूम रहे थे समंदर में 
कुछ उलझे पड़े थे बवंडर में 
अब किनारों से हमने किनारा कर लिया 
जीत  लिया ये  जहान 
आसमान की और हमने इशारा कर दिया 
मोहब्बत में लोगो को संवरते  देखा है 
हमने तो तुम्हे  अपने अक्श  में देखा  है 

sad shayari

sad shayari मेरी आदतों में तू शुमार है मेरी चाहतो की तू एक किताब है तुझे लेके कहीं दूर जाने की कशमकश में हूँ क्योंकि तू मेरी हमदम मेरी...