कर सकते हैं अब हम भी प्यार :-
बस इन पलो के गुजरने की
आस इस दिल में लगाए बैठे थे
वक़्त की बेलगाम होती इस
डोर को थामना आसान नहीं
वो भी समझते थे .....
तभी इत्तेफ़ाक़न वो
इकरार -ए - मोहब्बत कर गए
चलते-चलते हमसे शरारत कर गए
कर सकते हैं अब हम भी प्यार
वो इजाज़त हमें दे गए