प्यार तुम्हारा खरा खरा
नीला सतरंगी गुलाबी
साथ तुम्हारा ख्वाबी
दुपट्टा तुम्हारा लहराता
जिस ओर से गुजरता
बस ये ही गुनगुनाता
संग संग तेरे कहीं दूर निकल जायेंगे
की रास्ते भी हमें ढूंढ़ नहीं पाएंगे
इस होली हम तुम
चाँद भी रंग आयेंगे
जो कोई पूछे तो
अन्जान हम तुम बन जायेंगे